पाठ – 1
लोकतंत्र क्या ? लोकतंत्र क्यों ?
In this post we have given the detailed notes of class 9 Social Science chapter 1 What is Democracy? Why Democracy? in Hindi. These notes are useful for the students who are going to appear in class 9 board exams.
इस पोस्ट में कक्षा 9 के सामाजिक विज्ञान के पाठ 1 लोकतंत्र क्या ? लोकतंत्र क्यों ? के नोट्स दिये गए है। यह उन सभी विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है जो इस वर्ष कक्षा 9 में है एवं सामाजिक विज्ञान विषय पढ़ रहे है।
Board | CBSE Board, UP Board, JAC Board, Bihar Board, HBSE Board, UBSE Board, PSEB Board, RBSE Board, CGBSE Board, MPBSE Board |
Textbook | NCERT |
Class | Class 9 |
Subject | Social Science (Political Science) |
Chapter no. | Chapter 1 |
Chapter Name | लोकतंत्र क्या ? लोकतंत्र क्यों ? (What is Democracy? Why Democracy?) |
Category | Class 9 Social Science Notes in Hindi |
Medium | Hindi |
पाठ 1 लोकतंत्र क्या ? लोकतंत्र क्यों ?
परिचय
- लोकतंत्र की परिभाषा: एक ऐसी शासन प्रणाली जहाँ सत्ता का अंतिम स्रोत जनता होती है और वे अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं।
- लोकतंत्र का महत्व: यह स्वतंत्रता, समानता और न्याय के सिद्धांतों पर आधारित होने के कारण विश्व में सबसे व्यापक रूप से स्वीकार्य शासन प्रणाली है।
लोकतंत्र की मूल परिभाषा
- सरल शब्दों में: “जनता का, जनता द्वारा, जनता के लिए शासन।” – अब्राहम लिंकन
लोकतंत्र की आवश्यक विशेषताएँ
2.1 प्रतिनिधिक सरकार
- कहानी: पाकिस्तान में जनरल परवेज मुशर्रफ का शासन
- पृष्ठभूमि: 1999 में, पाकिस्तान में सेना के जनरल परवेज मुशर्रफ ने तख्तापलट किया और निर्वाचित सरकार को हटा दिया।
- घटनाक्रम:
- उन्होंने खुद को “मुख्य कार्यकारी” घोषित किया और संविधान को निलंबित कर दिया।
- 2002 में, उन्होंने राष्ट्रपति बनने के लिए जनमत संग्रह कराया, जिसे व्यापक रूप से अनुचित माना गया।
- संविधान में संशोधन करके उन्होंने अपनी शक्तियों को बढ़ाया और चुनावों को नियंत्रित किया।
- लोकतंत्र की कमी: हालांकि चुनाव हुए, लेकिन जनता के पास वास्तविक विकल्प नहीं था। शक्ति सेना और मुशर्रफ के हाथ में केंद्रीकृत थी। यह दिखाता है कि सिर्फ चुनाव कराना ही लोकतंत्र नहीं है, बल्कि सत्ता का वास्तविक स्रोत जनता होना चाहिए।
- कहानी: मैक्सिको में PRI पार्टी का प्रभुत्व
- पृष्ठभूमि: 1930 से 2000 तक, मैक्सिको में एक ही पार्टी, प्रिसी (Institutional Revolutionary Party – PRI), सत्ता में रही।
- चुनाव प्रक्रियाएँ:
- सरकारी कर्मचारियों पर दबाव डाला जाता था कि वे PRI को वोट दें।
- मतदान केंद्रों पर गड़बड़ियाँ होती थीं, बैलेट बॉक्स बदले जाते थे।
- विपक्षी दलों को सही तरीके से चुनाव प्रचार नहीं करने दिया जाता था।
- लोकतंत्र की कमी: चुनाव होते थे, लेकिन वे स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं थे। जनता के पास वास्तविक विकल्प नहीं था, जिससे लोकतंत्र का मूल सिद्धांत भंग होता है।
2.3 समान मताधिकार
- कहानी: सऊदी अरब में महिलाओं के अधिकार
- स्थिति:
- लंबे समय तक, सऊदी अरब में महिलाओं को मतदान करने का अधिकार नहीं था।
- वे राष्ट्रीय और स्थानीय चुनावों में भाग नहीं ले सकती थीं।
- परिवर्तन:
- 2015 में, पहली बार महिलाओं को स्थानीय चुनावों में मतदान और प्रत्याशी बनने की अनुमति दी गई।
- लोकतंत्र का सिद्धांत: प्रत्येक वयस्क नागरिक को बिना किसी भेदभाव के मतदान का अधिकार होना चाहिए। सऊदी अरब में महिलाओं को यह अधिकार न देने से लोकतंत्र का सिद्धांत भंग होता है।
- स्थिति:
2.4 मौलिक अधिकारों का संरक्षण
- कहानी: एस्टोनिया में रूसी अल्पसंख्यकों की स्थिति
- स्थिति:
- एस्टोनिया में जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा रूसी मूल का है।
- नागरिकता पाने के लिए कठोर भाषा परीक्षा से गुजरना पड़ता था।
- प्रभाव:
- कई रूसी मूल के लोग नागरिकता और उसके साथ मिलने वाले अधिकारों से वंचित रह गए।
- लोकतंत्र का सिद्धांत: लोकतंत्र में सभी नागरिकों को समान अधिकार मिलने चाहिए। भाषा या जातीयता के आधार पर भेदभाव लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है।
- स्थिति:
लोकतंत्र क्यों आवश्यक है?
3.1 उत्तरदायी शासन
- कहानी: चीन में एक-दलीय प्रणाली
- स्थिति:
- चीन में केवल कम्युनिस्ट पार्टी ही शासन करती है।
- अन्य राजनीतिक दलों को चुनाव लड़ने या सरकार बनाने की अनुमति नहीं है।
- प्रभाव:
- जनता के पास सरकार चुनने का विकल्प नहीं है।
- सरकार जनता के प्रति कम उत्तरदायी होती है।
- लोकतंत्र का महत्व: लोकतंत्र में कई राजनीतिक दल होते हैं, जिससे जनता के पास विकल्प होते हैं और सरकार जनता के प्रति उत्तरदायी होती है।
- स्थिति:
3.2 नागरिकों के अधिकारों का संरक्षण
- उदाहरण:
- म्यांमार (बर्मा) में, कई वर्षों तक सैनिक शासन था और सु ची को नजरबंद रखा गया।
- नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, एकत्र होने की स्वतंत्रता आदि से वंचित किया गया।
- लोकतंत्र का महत्व: लोकतंत्र में नागरिकों के अधिकारों का संरक्षण होता है, जिससे वे स्वतंत्र रूप से अपनी बात रख सकते हैं और सरकार के कामकाज में भाग ले सकते हैं।
लोकतंत्र की चुनौतियाँ
4.1 धन और बाहुबल का प्रभाव
- कहानी: भारतीय चुनावों में धन का प्रयोग
- स्थिति:
- कुछ उम्मीदवार चुनावों में भारी धनराशि खर्च करके वोटरों को प्रभावित करते हैं।
- शराब, पैसा, या अन्य प्रलोभनों का इस्तेमाल किया जाता है।
- प्रभाव:
- ईमानदार और साधनहीन उम्मीदवारों के लिए चुनाव लड़ना कठिन हो जाता है।
- चुनावों की निष्पक्षता प्रभावित होती है।
- चुनौती: लोकतंत्र में सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिलना चाहिए। धन और बाहुबल का प्रयोग इस सिद्धांत का उल्लंघन करता है।
- स्थिति:
4.2 नागरिकों की जागरूकता की कमी
- उदाहरण:
- अनपढ़ या अशिक्षित मतदाता उम्मीदवारों की नीतियों को समझने में कठिनाई महसूस कर सकते हैं।
- वे जाति, धर्म या समुदाय के आधार पर वोट डाल सकते हैं, जो लोकतंत्र की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
- समाधान: शिक्षा के माध्यम से नागरिकों को जागरूक बनाया जा सकता है ताकि वे समझदारी से अपने प्रतिनिधियों का चुनाव कर सकें।
लोकतंत्र को सशक्त बनाने के उपाय
5.1 शिक्षा और जागरूकता का प्रसार
- कहानी: एक गाँव में साक्षरता अभियान
- घटनाक्रम:
- गाँव में एक सामाजिक संगठन साक्षरता अभियान शुरू करता है।
- लोग पढ़ना-लिखना सीखते हैं और समाचार पत्र पढ़ने लगते हैं।
- परिणाम:
- गाँव के लोग राजनीतिक मुद्दों को समझकर सही उम्मीदवार चुनते हैं।
- गाँव का विकास होता है और सरकारी योजनाओं का सही उपयोग होता है।
- घटनाक्रम:
5.2 स्वतंत्र मीडिया का महत्व
- कहानी: एक पत्रकार द्वारा सरकारी घोटाले का खुलासा
- घटनाक्रम:
- एक पत्रकार ने सरकारी परियोजना में हो रहे भ्रष्टाचार का खुलासा किया।
- उसने सबूत इकट्ठा करके जनता के सामने प्रस्तुत किए।
- प्रभाव:
- दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हुई।
- सरकार ने पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कदम उठाए।
- महत्व: स्वतंत्र मीडिया सरकार पर निगरानी रखता है और जनता को सच्चाई से अवगत कराता है, जिससे लोकतंत्र मजबूत होता है।
- घटनाक्रम:
लोकतंत्र के सफल उदाहरण
6.1 नेल्सन मंडेला और दक्षिण अफ्रीका
- पृष्ठभूमि:
- दक्षिण अफ्रीका में कई वर्षों तक रंगभेद नीति लागू थी, जिसमें अश्वेत लोगों के साथ भेदभाव होता था।
- नेल्सन मंडेला का संघर्ष:
- रंगभेद के खिलाफ लड़ते हुए उन्हें 27 वर्षों तक जेल में रखा गया।
- जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने अहिंसा और शांति के मार्ग पर चलते हुए देश में लोकतंत्र की स्थापना की।
- 1994 के चुनाव:
- दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सभी जातियों के लोगों ने मतदान किया।
- मंडेला देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने।
- परिणाम:
- रंगभेद समाप्त हुआ और देश में समानता और न्याय की स्थापना हुई।
- प्रेरणा: मंडेला का जीवन हमें दिखाता है कि दृढ़ निश्चय और सही सिद्धांतों के साथ लोकतंत्र की स्थापना संभव है।
6.2 भारत का लोकतंत्र
- विशेषताएँ:
- विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र।
- विविधता में एकता: विभिन्न धर्म, भाषाएँ और संस्कृतियाँ।
- सफलताएँ:
- नियमित और निष्पक्ष चुनाव।
- शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण।
- संविधान के माध्यम से नागरिकों के अधिकारों का संरक्षण।
- उदाहरण:
- 1977 का चुनाव:
- आपातकाल के बाद, जनता ने इंदिरा गांधी की सरकार को हटा दिया।
- यह दिखाता है कि जनता के पास सत्ता बदलने का अधिकार है।
- 1977 का चुनाव:
निष्कर्ष
- लोकतंत्र का महत्व:
- यह केवल एक शासन प्रणाली नहीं, बल्कि जीवन का एक तरीका है जो स्वतंत्रता, समानता और न्याय पर आधारित है।
- भविष्य के लिए दिशा:
- हमें लोकतंत्र की चुनौतियों का सामना करते हुए इसे और सशक्त बनाना होगा।
- प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह जागरूक बने और लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करे।
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