Unit – 1
In this post we have given the detailed notes of CUET Physical Education Unit 1 in Hindi. These notes are useful for the students who are going to appear in CUET 2025 exams.
इस पोस्ट में हमने CUET शारीरिक शिक्षा यूनिट 1 के विस्तृत नोट्स हिंदी में दिए हैं। ये नोट्स उन छात्रों के लिए उपयोगी हैं जो CUET 2025 परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं।
Exam | CUET |
Subject | Physical Education |
Unit no. | 1 |
Chapter Name | भारत में स्वास्थ्य स्थिति और कार्यक्रम प्रमुख बीमारियाँ और स्वास्थ्य नीतियाँ वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति |
Category | CUET Physcial Education Notes in Hindi |
Medium | Hindi |
वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति
भारत में स्वास्थ्य स्थिति एक जटिल और बहुआयामी मुद्दा है। यहाँ संचारी (Communicable) और गैर-संचारी (Non-Communicable) रोगों के साथ-साथ पोषण संबंधी समस्याएँ भी शामिल हैं।
प्रमुख रोग
(A) संचारी रोग (Communicable Diseases):
ये रोग सूक्ष्मजीवों (बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी) के कारण फैलते हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचरित हो सकते हैं। भारत में कुछ प्रमुख संचारी रोग निम्नलिखित हैं:
- टाइफाइड (Typhoid):
- कारण: साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के कारण।
- लक्षण: बुखार, कमजोरी, पेट दर्द, सिरदर्द, भूख न लगना।
- फैलाव: दूषित भोजन और पानी के माध्यम से।
- रोकथाम: स्वच्छ पानी, स्वच्छता, टीकाकरण (टाइफाइड वैक्सीन)।
- उपचार: एंटीबायोटिक्स जैसे सिप्रोफ्लोक्सासिन, एज़िथ्रोमाइसिन।
- इन्फ्लूएंजा (Influenza):
- कारण: इन्फ्लूएंजा वायरस (A, B, C प्रकार)।
- लक्षण: बुखार, खांसी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, थकान।
- फैलाव: हवा में छींकने, खांसने से बूंदों के माध्यम से।
- रोकथाम: फ्लू वैक्सीन, मास्क का उपयोग, हाथ धोना।
- उपचार: एंटीवायरल दवाएँ, आराम, हाइड्रेशन।
- मलेरिया (Malaria):
- कारण: प्लास्मोडियम परजीवी, जो मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है।
- लक्षण: बुखार, ठंड लगना, पसीना, सिरदर्द, उल्टी।
- फैलाव: मच्छरों के काटने से।
- रोकथाम: मच्छरदानी, कीटनाशक स्प्रे, मच्छर भगाने वाली क्रीम, एंटी-मलेरियल दवाएँ।
- उपचार: क्लोरोक्वीन, आर्टेमिसिनिन आधारित संयोजन चिकित्सा।
- डेंगू (Dengue):
- कारण: डेंगू वायरस, जो एडीज मच्छर के काटने से फैलता है।
- लक्षण: तेज बुखार, सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते, रक्तस्राव।
- फैलाव: मच्छरों के काटने से।
- रोकथाम: पानी के ठहराव को रोकना, मच्छरदानी, मच्छर भगाने वाले उपाय।
- उपचार: कोई विशिष्ट एंटीवायरल नहीं, लक्षणों का प्रबंधन (हाइड्रेशन, दर्द निवारक)।
- एचआईवी संक्रमण (HIV Infection):
- कारण: ह्यूमन इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस (HIV)।
- लक्षण: शुरुआती चरण में फ्लू जैसे लक्षण, बाद में इम्यून सिस्टम कमजोर होना, अवसरवादी संक्रमण।
- फैलाव: असुरक्षित यौन संबंध, दूषित सुइयों, रक्त आधान, माँ से बच्चे में।
- रोकथाम: सुरक्षित यौन व्यवहार, सुइयों का पुन: उपयोग न करना, एचआईवी स्क्रीनिंग।
- उपचार: एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART)।
(B) गैर-संचारी रोग (Non-Communicable Diseases):
ये रोग संक्रामक नहीं होते और जीवनशैली, आनुवंशिकी, या पर्यावरणीय कारकों के कारण होते हैं। भारत में कुछ प्रमुख गैर-संचारी रोग निम्नलिखित हैं:
- मधुमेह (Diabetes):
- कारण: इंसुलिन उत्पादन में कमी या इंसुलिन प्रतिरोध (टाइप 1 और टाइप 2)।
- लक्षण: बार-बार पेशाब, अत्यधिक प्यास, भूख, थकान, धुंधला दृष्टिकोण।
- जोखिम कारक: मोटापा, गतिहीन जीवनशैली, अस्वास्थ्यकर आहार, आनुवंशिकी।
- रोकथाम: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, वजन नियंत्रण, ब्लड शुगर मॉनिटरिंग।
- उपचार: इंसुलिन इंजेक्शन, मौखिक दवाएँ, जीवनशैली में बदलाव।
- उच्च रक्तचाप (Hypertension):
- कारण: धमनियों में उच्च रक्त दबाव, जो हृदय पर दबाव डालता है।
- लक्षण: सिरदर्द, चक्कर, नाक से खून, सांस लेने में तकलीफ (कभी-कभी कोई लक्षण नहीं)।
- जोखिम कारक: तनाव, मोटापा, नमक का अधिक सेवन, धूम्रपान, शराब।
- रोकथाम: कम नमक वाला आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन, धूम्रपान छोड़ना।
- उपचार: एंटीहाइपरटेन्सिव दवाएँ, जीवनशैली में बदलाव।
- अवसाद (Depression):
- कारण: मस्तिष्क में रासायनिक असंतुलन, तनाव, आनुवंशिकी, जीवन की घटनाएँ।
- लक्षण: उदासी, रुचि की कमी, थकान, नींद की समस्या, आत्महत्या के विचार।
- जोखिम कारक: सामाजिक अलगाव, पुरानी बीमारी, नशीले पदार्थों का उपयोग।
- रोकथाम: सामाजिक समर्थन, तनाव प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता।
- उपचार: मनोचिकित्सा, एंटीडिप्रेसेंट दवाएँ, परामर्श।
पोषण स्थिति (Nutritional Status):
भारत में पोषण की स्थिति में दोहरी चुनौती है – हाइपो न्यूट्रिशन (कम पोषण) और हाइपर न्यूट्रिशन (अधिक पोषण)।
- हाइपो न्यूट्रिशन (Hypo Nutrition):
- परिभाषा: आवश्यक पोषक तत्वों की कमी।
- प्रकार:
- कुपोषण: प्रोटीन, विटामिन, खनिजों की कमी।
- एनीमिया: आयरन की कमी के कारण रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी।
- विटामिन A की कमी: रतौंधी और कमजोर प्रतिरक्षा।
- आयोडीन की कमी: थायरॉइड और मानसिक विकास में समस्याएँ।
- कारण: गरीबी, खाद्य असुरक्षा, अशिक्षा, अस्वच्छता।
- प्रभाव: बच्चों में वृद्धि रुकना, कमजोर प्रतिरक्षा, मृत्यु दर में वृद्धि।
- रोकथाम: पौष्टिक आहार, खाद्य सुरक्षा, जागरूकता, सरकारी योजनाएँ (जैसे मिड-डे मील)।
- हाइपर न्यूट्रिशन (Hyper Nutrition):
- परिभाषा: आवश्यकता से अधिक कैलोरी और पोषक तत्वों का सेवन।
- प्रकार:
- मोटापा: अत्यधिक वसा का संचय।
- मधुमेह और हृदय रोग: अस्वास्थ्यकर आहार के कारण।
- कारण: जंक फूड, गतिहीन जीवनशैली, शहरीकरण।
- प्रभाव: गैर-संचारी रोगों का जोखिम, मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव।
- रोकथाम: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, जागरूकता।
स्वास्थ्य नीतियाँ और कार्यक्रम
भारत सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियाँ और कार्यक्रम लागू किए हैं। ये नीतियाँ और कार्यक्रम देश की स्वास्थ्य स्थिति को बेहतर बनाने और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए हैं।
(A) राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीतियाँ (National Health Policies):
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति (National Health Policy):
- उद्देश्य: सभी के लिए सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना।
- महत्वपूर्ण नीतियाँ:
- NHP 1983: प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल पर जोर, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार।
- NHP 2002: निवारक और उपचारात्मक स्वास्थ्य सेवाओं का संतुलन, निजी क्षेत्र की भागीदारी।
- NHP 2017: “सभी के लिए स्वास्थ्य” (Health for All) का लक्ष्य, गैर-संचारी रोगों पर ध्यान, आयुष्मान भारत योजना।
- प्रमुख विशेषताएँ:
- स्वास्थ्य बजट में वृद्धि (जीडीपी का 5% तक)।
- मातृ और शिशु स्वास्थ्य पर ध्यान।
- टीकाकरण और निवारक स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा।
- डिजिटल स्वास्थ्य (ई-हेल्थ, टेलीमेडिसिन) को प्रोत्साहन।
- मानसिक स्वास्थ्य नीति (Mental Health Policy):
- उद्देश्य: मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को संबोधित करना, जागरूकता बढ़ाना।
- प्रमुख बिंदु:
- मानसिक स्वास्थ्य को मुख्यधारा की स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल करना।
- मनोचिकित्सकों और परामर्शदाताओं की संख्या बढ़ाना।
- स्कूलों और कार्यस्थलों में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम।
- राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (NMHP): मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने के लिए शुरू किया गया।
- चुनौतियाँ: सामाजिक कलंक, संसाधनों की कमी, जागरूकता की कमी।
(B) राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Policy on Education):
- परिचय: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) शिक्षा के माध्यम से स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
- NEP 2020 की विशेषताएँ:
- समग्र शिक्षा पर जोर, जिसमें शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य शामिल है।
- स्कूलों में खेल, योग और शारीरिक शिक्षा को अनिवार्य करना।
- पोषण और स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम।
- किशोर स्वास्थ्य और जीवन कौशल शिक्षा को बढ़ावा।
- प्रभाव: स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहन, रोगों की रोकथाम, मानसिक स्वास्थ्य में सुधार।
(C) स्कूल स्वास्थ्य सेवाएँ और मिड-डे मील कार्यक्रम:
- स्कूल स्वास्थ्य सेवाएँ (School Health Services):
- उद्देश्य: स्कूली बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना।
- प्रमुख गतिविधियाँ:
- नियमित स्वास्थ्य जांच (दृष्टि, दंत, सामान्य स्वास्थ्य)।
- टीकाकरण और डीवर्मिंग कार्यक्रम।
- स्वच्छता और पोषण पर जागरूकता।
- मानसिक स्वास्थ्य परामर्श।
- लाभ: बच्चों में रोगों की जल्दी पहचान, स्कूल छोड़ने की दर में कमी, बेहतर शैक्षणिक प्रदर्शन।
- मिड-डे मील कार्यक्रम (Mid-Day Meal Scheme):
- उद्देश्य: स्कूली बच्चों को पौष्टिक भोजन प्रदान करना, स्कूल में उपस्थिति बढ़ाना।
- विशेषताएँ:
- प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में मुफ्त भोजन।
- न्यूनतम पोषण मानक (प्रोटीन, कैलोरी, सूक्ष्म पोषक तत्व)।
- स्थानीय खाद्य संस्कृति को ध्यान में रखकर मेन्यू।
- लाभ:
- कुपोषण में कमी।
- स्कूल में नामांकन और उपस्थिति में वृद्धि।
- सामाजिक समानता को बढ़ावा।
- चुनौतियाँ: भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता, वितरण में अनियमितताएँ।
(D) राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (National Rural Health Mission – NRHM):
- परिचय: 2005 में शुरू, अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) का हिस्सा।
- उद्देश्य: ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना।
- प्रमुख विशेषताएँ:
- आशा कार्यकर्ता: ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़, जो जागरूकता और प्राथमिक देखभाल प्रदान करती हैं।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) का सशक्तिकरण।
- मातृ और शिशु स्वास्थ्य पर ध्यान (जैसे जननी सुरक्षा योजना)।
- संचारी और गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और उपचार।
- लाभ:
- ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में सुधार।
- मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी।
- टीकाकरण कवरेज में वृद्धि।
- चुनौतियाँ: बुनियादी ढांचे की कमी, प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी।
(E) किशोर शिक्षा कार्यक्रम (Adolescence Education Programme – AEP):
- परिचय: किशोरों (10-19 वर्ष) के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए बनाया गया।
- उद्देश्य:
- जीवन कौशल, यौन और प्रजनन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य पर शिक्षा।
- एचआईवी/एड्स और नशीले पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम।
- लिंग समानता और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा।
- प्रमुख गतिविधियाँ:
- स्कूलों में पाठ्यक्रम आधारित शिक्षा।
- कार्यशालाएँ, परामर्श, और सहकर्मी शिक्षा।
- माता-पिता और समुदाय की भागीदारी।
- लाभ:
- किशोरों में जोखिम भरे व्यवहार में कमी।
- आत्मविश्वास और निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि।
- स्वास्थ्य और शिक्षा में बेहतर परिणाम।
- चुनौतियाँ: सामाजिक वर्जनाएँ, शिक्षकों का प्रशिक्षण, संसाधनों की कमी।
महत्वपूर्ण बिंदु CUET के लिए
- संचारी और गैर-संचारी रोगों के बीच अंतर को समझें और उनके कारण, लक्षण, और रोकथाम के उपाय याद करें।
- पोषण स्थिति में हाइपो और हाइपर न्यूट्रिशन के प्रभाव और रोकथाम के तरीकों पर ध्यान दें।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीतियों (1983, 2002, 2017) के प्रमुख बिंदुओं और मानसिक स्वास्थ्य नीति को समझें।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा से संबंधित पहलुओं को नोट करें।
- स्कूल स्वास्थ्य सेवाएँ और मिड-डे मील के उद्देश्य, लाभ, और चुनौतियों को याद करें।
- NRHM और AEP के लक्ष्य, विशेषताएँ, और प्रभाव को विस्तार से पढ़ें।
परीक्षा टिप्स
- संक्षिप्त नोट्स बनाएँ: प्रत्येक रोग और नीति के लिए कारण, लक्षण, रोकथाम, और उपचार को तालिका में लिखें।
- महत्वपूर्ण तथ्य हाइलाइट करें: जैसे NHP 2017 का लक्ष्य, मिड-डे मील के पोषण मानक, NRHM की आशा कार्यकर्ता।
- संख्याएँ और वर्ष याद करें: जैसे नीतियों के वर्ष (1983, 2002, 2017), NRHM की शुरुआत (2005)।
- उदाहरण और केस स्टडी: रोगों और कार्यक्रमों के वास्तविक प्रभाव को समझने के लिए उदाहरण पढ़ें।
- मॉक टेस्ट: संचारी/गैर-संचारी रोगों और नीतियों पर आधारित प्रश्न हल करें।
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